नवसुर में कोयल गाता है
ये हैं सबकी जानी-पहचानी कविता की चार पंक्तियाँ -
काली-काली कू-कू करती,
जो है डाली-डाली फिरती!
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जो पंचम सुर में है गाती,
वह ही है कोयल कहलाती!
और ये हैं चार पंक्तियाँ एक अनजानी कविता की -
जब बसंत का मौसम आकर,
इस धरती पर सज जाता है!
कुहुक-कुहुककर, कुहुक-कुहुककर,
नवसुर में कोयल गाता है!
अब समस्या यह है कि -
कोयल गाता है या कोयल गाती है?