रंग से रँग दिया तन, रँगो मन प्रणय से
रंग से रँग दिया तन, रँगो मन प्रणय से!
उक्त पंक्ति किसी नवगीत का अंश हो सकती है!
आज हम इसके बहाने निम्नांकित शब्दों पर सही ढंग से
अनुस्वार बिंदु (ं) या अर्धचंद्र बिंदु (ँ) लगाने का प्रयास करेंगे
और इस प्रकार बननेवाले शब्दों के अर्थ भी बताएँगे -
रग, सग, भग, हस, वश, आजनेय, प्राजल, अचल, आचल,
माग, कप, काप, भाप, दत, दात, सबध, राध, रध्र, गाठ, डठल इत्यादि!
दीपावली की शुभकामनाएं
रवी जी मैं क्या जवाब दूँ मैं तो खुद जवाब कि प्रतीक्षा कर रही हूँ. लिखने को तो मैं जवाब लिख दूँ गलत सही पर एक बार सीख लूँ फिर परीक्षा ले कर देखें.
रवी जी ऐसा तो नहीं है कि जिसमें बड़े आ का डंडा लगता हो उसमें चन्द्र बिंदु लगता हो. केवल अंदाजा लगाया है जैसे कि "माँ"
रचना जी,
इस चिट्ठे पर जो भी पोस्ट प्रकाशित की जाती है,
वह सीखने-सिखाने के लिए होती है,
किसी की परीक्षा के लिए नहीं!