एक प्रश्न
क्या आप जानते हैं --
"हिंदी"
कौन सी भाषा का शब्द है ?
क्या आप जानते हैं --
"हिंदी"
कौन सी भाषा का शब्द है ?
सभी साथियों से अनुरोध है कि यदि आपकी मातृभाषा हिंदी है,
तो यहाँ अपनी टिप्पणी भी हिंदी (देवनागरी लिपि)
में ही प्रकाशित करने की कृपा कीजिए!
टिप्पणी पोस्ट करने से पहले
ई-मेल के द्वारा सदस्यता ले लिया कीजिए,
ताकि आपकी टिप्पणी प्रकाशित होने के बाद में
यहाँ होनेवाली चर्चा का पता भी आपको चलता रहे
और आप बराबर चर्चा में शामिल रह सकें!
आओ, मन का गीत रचें! |
Visit this group |
नवगीत की पाठशाला पर पढ़िए मेरे ताज़ा नवगीत : बौराए हैं बाज फिरंगी और कर पाएँगे नहीं नाज़
-----------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
सप्तरंगी प्रेम पर पढ़िए मेरे ताज़ा नवगीत : मेरा हृदय अलंकृत और ओ, मेरे मनमीत!"नवगीत की पाठशाला" में पढ़िए मेरे नवगीत –
“सृजनगाथा में प्रकाशित रावेंद्रकुमार रवि की लघुकथाएँ –
१. भविष्य दर्शन
२. शेर और सियार
३. तोते ४. लेकिन इस बार
५. आदर्श
© Blogger template Shush by Ourblogtemplates.com 2009
Back to TOP
सबसे पहले तो नए ब्लाग के वास्ते बधाई!
'हिंदी' या 'हिन्दी' शब्द हिन्दी भाषा का है.
अब अगर उसकी व्युत्पत्ति तक पहुँचने की कोई खास मुराद है , तो क्या कहें !
जो हिन्दी में है वह हिन्दी का है.
आदरणीय सिद्धेश्वर जी!
नए ब्लॉग पर
पहली बधाई
और
पहली टिप्पणी के लिए
हार्दिक धन्यवाद!
आभारी हूँ!
आज के दिन का शानदार तोहफा।
हार्दिक बधाई।
इस ब्लाॅग में भी आप कुछ अनूठा करेंगे ऐसा विश्वास है।
हमारी प्यास को बुझाने का आपके पास इलाज़ है।
यह सेवा देश की सेवा है।
नेताओं की तरह 14 सितम्बर को हिन्दी नहीं यहां हर
दिन 14 सितम्बर है।
सफलता आपके कदम चूमे।
आदरणीय आचार्य जी!
मनोबल बढ़ाने के लिए आभारी हूँ!
भैया नया ब्लाग शुरु करने के लिये अनेक-अनेक शुभकामनायें । आशा है यहाँ आकर बहुत सी बातें सीखने को मिलेगी । आभार ।
हिंदी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ.
कृप्या अपने किसी मित्र या परिवार के सदस्य का एक नया हिन्दी चिट्ठा शुरू करवा कर इस दिवस विशेष पर हिन्दी के प्रचार एवं प्रसार का संकल्प लिजिये.
हिंदी हिन्दू शब्द की उत्पति है. हिन्दू शब्द फारसी है जिसका अर्थ होता है काफिर. अतः हिंदी का मतलब हुआ काफिरों की भाषा . यह मेरा पुस्तकीय ज्ञान है.कृपा विशेष जानकारी दें .
माली जी!
अपने पुस्तकीय ज्ञान का संदर्भ देने की कृपा कीजिए!
मेरी जानकारी में तो यह प्राकृत भाषा से उत्पन्न हुआ है हो सकता है माली जी के पास मुझसे और अधिक बेहतर जानकारी हो।
और ये लिजिये मेरी जानकारी को और अधिक पुख्ता करने के लिये विकिपिडिया का संदर्भ लिंक http://en.wikipedia.org/wiki/Hindi
blog jagat men swagat hai.
lagta hai ab aapse niyamit jaankaariyan milatii rahengii.
blog jagat me aapka swagat hai.
bhasa to hindi hai. lekin hindi me comment likhane nahi aate. aate to hindi me hee likhta.narayan narayan
स्वागत है आपका ..हिन्दी के प्रति आपकी भावना बहुत अच्छी लगी .. नियमित बने रहें .. शुभकामनाएं !!
Vyangya ke jariye aapne achchha prashna poochha hai, swaagat hai!
नये ब्लाग के साथ आपका स्वागत है।
Dear Ravi
AAP KE NAY BLOG AARAMBH KARNE KE LIYE BADHAI, HINDI PERSIAN BHASHA KA SHABD HAI. ISKI RANG ROOP AUR SAJSAJJA SUNDAR HAI. PARSHNO KE MADHYAM SE GYAN PRASAR KA UTKARSH PRAYAS ..
NARENDRA KUMAR
PAHRMACOKINETICS AND METABOLISM
CENTRAL DRUG RESEARCH INSTITUTE
LUCKNOW
राघवेन्द्र कुमार रविजी ,आप आर्य समाज की पुस्तक "सत्य-धर्म प्रकाश" देखें .इसीमे हिन्दू शब्द पर काफी विवेचना की गई है . फिलहाल यह पुस्तक मेरे पास उपलब्ध नहीं है . मिल जाने पर आपको विस्तृत जानकारी दे दूंगा.
"हिन्दी" शब्द तो फारसी भाषा का ही है। परन्तु लिपि देवनागरी होने के कारण 'हिंदी' या 'हिन्दी' शब्द हिन्दी भाषा का बन गया है।
आदरणीय शास्त्री जी की टिप्पणी ने एक नए प्रश्न को जन्म दिया है -
क्या किसी भाषा (यहाँ फारसी) के शब्द को किसी अन्य भाषा (यहाँ हिंदी) की लिपि (यहाँ देवनागरी) में लिखने से वह शब्द उस अन्य भाषा का शब्द बन जाता है?
इस संबंध में यह बात भी उल्लेखनीय है कि कुछ अन्य भाषाएँ भी देवनागरी लिपि में लिखी जाती हैं!
नये बलाग के लिये शुभकामनायें बाकी यहाँ सभी विदुआन हैं मै तो अपनी जानकारी बढा रही हूँ आभार्
हिन्दी शब्द तो फारसी की ही देन है।
इससे पहले तो देववाणी ही थी।
अनुरोध -
शास्त्री जी अगर "देववाणी" के बारे में विस्तार से बताएँ, तो सभी का भला होगा!
मेरी समझ से दिनेश कुमार माली जी ने सही जानकारी दी है।
-Zakir Ali ‘Rajnish’
{ Secretary-TSALIIM & SBAI }
नया चिटठा प्रारंभ होने पर शुभ कामनाएँ.
एक मत के अनुसार फारसी में 'स' का उच्चारण ' ह' तथा 'ध' का उच्चारण 'द' ही जाता है. इसलिए 'सिन्धु' फारसी में 'हिंदु' हो गया. इसी तरह 'मातृ-मातर-मादर-मदर', 'पितृ-पितर-फिदर-फादर', 'भ्रातृ-बिरादर-ब्रदर' आदि शब्द विकसित हुए.
सिन्धु नदी के दक्षिण के भूभाग को फारसियों ने हिंद कहा. खुसरो ने हिंद में बोली जाने वाली मिश्रित भाषा को 'हिन्दवी' कहा. देश में अलग-अलग समय में प्रचलित विविध बोलियों का संस्कृत के व्याकरण, शब्दों तथा पिंगल से मेल होकर वर्तमान हिंदी बनी. अतः:, हिंदी न तो फारसी का शब्द है, न उर्दू का. यह शुद्ध हिंदी शब्द है जो 'हिन्दवी' से विकसित हुआ. पुरानी खड़ी बोली से ही आज की 'हिंदी' विकसित हुई है.
आदरणीय सलिल जी!
हिंदी के लिए आपका यहाँ आना शुभ हुआ!
आपकी महत्त्वपूर्ण और सारगर्भित टिप्पणी के लिए
हम सब आपके आभारी हैं!
इसे पढ़कर लगा कि
वास्तव में "हिंदी का शृंगार" हो गया!
हिंदी शब्द की उत्त्पति के बारे में आज मुझे ब्लॉगवाणी पर एक लिंक मिला.
अवलोकन करें :-
http://hindisahityamanch.blogspot.com/2009/10/blog-post_06.html
दिनेश भाई!
इस महत्त्वपूर्ण लिंक के लिए हम आपके आभारी हैं!
यहाँ इस संबंध में विस्तृत जानकारी उपलब्ध है!
निम्नांकित कड़ी पर -
हिन्दी के बारे में विभिन्न महापुरुषों के वचन
हिंदी भाषा और देवनागरी लिपि के बारे में
बहुत महत्त्वपूर्ण विचारों का कोश उपस्थित है!
आप किस नतीजे पर पहुंचे
फ़ारसी , हिन्दवी , या प्राकृत