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18 जुलाई 2010 से प्रत्येक पोस्ट में उठाई गई समस्या के समाधान से संबंधित पोस्ट भी प्रकाशित की जाएगी! पहले पूर्व प्रकाशित समस्याओं का समाधान प्रस्तुत किया जाएगा! फिर एक सप्ताह के भीतर ही समस्या और उसके समाधान संबंधी पोस्ट प्रकाशित करने की योजना है! अपरिहार्य कारणवश ऐसा नहीं हो पा रहा है!

जंगली का विलोम क्या हो सकता है? (समाधान)

मंगलवार, ६ जुलाई २०१० को "हिंदी का शृंगार" पर यह पोस्ट प्रकाशित हुई थी -

जंगली का विलोम क्या हो सकता है?

आप भी प्रयास करके देखिए कि
मात्र स्मृति के आधार पर
आप इनमें से कितने शब्दों के विलोम शब्द बता सकते हैं --
1. चीत्कार
2. खंडन
3. उत्कर्ष
4. ऋणी
5. जंगली

सबसे पहले रश्मि प्रभा... ने बताया -

1. चीत्कार -
2. खंडन - मंडन
3. उत्कर्ष - अपकर्ष
4. ऋणी - उऋण
5. जंगली -सभ्य

रश्मि जी ने जिस शब्द का विलोम नहीं लिखा था, उसे इंद्रनील भट्टाचार्जी "सैल" ने प्रश्नसूचक चिह्न (?) के साथ कुछ इस तरह बताया -

चित्कार - कानाफूसी ?

फिर मेल द्वारा प्राप्त नीलम मिश्रा के संदेश को भी मैंने टिप्पणी के रूप में प्रकाशित कर दिया -

1)नहीं पता
२)मंडन
३)अपकर्ष
४)उरिणी
५)सभ्य

प्रयास है देखिये

बज़(Buzz) पर पद‍्म सिंह ने भी अपना अन्दाजिफिकेशन कुछ इस तरह पेश किया -

चीत्कार- सीत्कार
खंडन- मंडन
उत्कर्ष- अपकर्ष
ऋणी - उऋणी
जंगली - सभ्य 6 Jul 2010

अंतिम समाधान डा. श्याम गुप्त द्वारा मंडन, ऋणी और ऋणदाता की अति अशुद्ध वर्तनियों के साथ प्रस्तुत करने का प्रयास किया गया -

चीत्कार = गहन मौन
खंडन = मन्डन
उत्कर्ष = अपकर्ष
रिणी = दाता, रिणदाता, साहूकार,
जंगली = सभ्य, शहरी,नागरिक, पालतू

रचना दीक्षित ने यह उलाहना देकर इस यज्ञ में एक महत्त्वपूर्ण आहुति दी -

रावेन्द्र कुमार जी अगर मेरी बात को अन्यथा न लें तो कुछ कहना चाहूंगी.
कहूँ क्या ?????.आपका ब्लॉग बहुत अच्छा है आपके पूछे हुए प्रशन भी अच्छे लगते हैं पर सही जवाब क्या है वो पता नहीं लगता है. क्या आप ऐसा नहीं कर सकते की जब नई पोस्ट डालें तो पहले पुरानी पोस्ट का सही जवाब लिख दें. अगर आप किसी कारणवश ऐसा नहीं करते हैं तो क्या आप मुझे सही जवाब मेल कर सकते हैं मेरी भाषा सुधरने के लिए
बहुत बहुत आभार

--------------------------------------------------------------------------------------------------------------
रचना जी को धन्यवाद और अन्य प्रतिभागियों को उनके हिस्से की बधाई के साथ सही समाधान प्रस्तुत किया जा रहा है -
1. चीत्कार का विलोम = सीत्कार
2. खंडन का विलोम = मंडन
3. उत्कर्ष का विलोम = पराभव
4. ऋणी का विलोम = उऋण
5. जंगली का विलोम =
पालतू
-------------------------------------------------------------------------------------------------------------- साथ में एक बात और :
जंगल में रहनेवाले असभ्य नहीं होते,
उन सबकी भी अपनी-अपनी अति विशिष्ट सभ्यताएँ होती हैं!

--------------------------------------------------------------------------------------------------------------

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'  – (30 अगस्त 2010 को 1:30 pm बजे)  

4. ऋणी का विलोम = उऋण
--
बहुत बहुत धन्यवाद!

रावेंद्रकुमार रवि  – (30 अगस्त 2010 को 6:59 pm बजे)  

शहरी हो सकता है क्या?
--
नहीं, शहरी, ग्रामीण का विलोम होता है!

रावेंद्रकुमार रवि  – (30 अगस्त 2010 को 7:08 pm बजे)  

वास्तविक रूप में "जंगली" जानवरों के लिए ही प्रयुक्त होता है
और जानवर मनुष्य द्वारा "पालतू" बनाए जाते हैं!

राज भाटिय़ा  – (30 अगस्त 2010 को 8:22 pm बजे)  

बहुत सुंदर जी धन्यवाद

वीना श्रीवास्तव  – (28 दिसंबर 2010 को 7:57 pm बजे)  

आज पहली बार आपके ब्लॉग पर हूं अच्छा लगा। साथ ही सही जवाब के बारे में किसी की शिकायत भी मिली जो मुझे भी ठीक लगी...सही जवाब अगली पोस्ट में आपको दे देने चाहिए।

रावेंद्रकुमार रवि  – (28 दिसंबर 2010 को 8:58 pm बजे)  

वीना जी,
"हिंदी का शृंगार" पर पधारने के लिए धन्यवाद!
--
खेद है कि आपने पूरी पोस्ट नहीं पढ़ी!
--
जंगली का सही विलोम अंत में अंकित है!

Unknown  – (8 फ़रवरी 2018 को 11:53 am बजे)  

Sundar vyakhya Aapka prayas or spatikarana ATI Uttam hai

Navaneet pandey Aatma ke sang  – (27 सितंबर 2018 को 12:32 am बजे)  

1.चीत्कार: मौन
2.खंडन: मंडन
3.उत्कर्ष : अपकर्षण
4.जंगली :गृहणी

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