गत हिंदी-दिवस पर "सरस पायस" के माध्यम से दी गई विशेष जानकारी
प्रिय मित्रो,
जैसा कि विदित है -
मेरे ब्लॉग "सरस पायस" पर प्रकाशित सभी पोस्टें
गत नवंबर में किसी अज्ञात कारणवश मिट गई थीं!
प्रस्तुत महत्वपूर्ण पोस्ट भी उन्हीं में से एक है!
आज इसे "सरस पायस" व "गूगल खोज" से साभार उसी शान के साथ
पुन: "हिंदी का शृंगार" पर प्रकाशित करके मुझे बहुत हर्ष हो रहा है -
हिंदी-दिवस पर विशेष जानकारी
अत: इसके लिए प्रयास करना व्यर्थ है।
ग़लत संयुक्ताक्षर "श्रृ" लिखने से यह ज़्यादा अच्छा है।
श्रृंगार की जगह शृंगार,
टिप्पणी के रूप में इससे संबंधित
30 comments:
- आपको हिन्दी में लिखता देख गर्वित हूँ. भाषा की सेवा एवं उसके प्रसार के लिये आपके योगदान हेतु आपका हार्दिक अभिनन्दन करता हूँ.
- आप अगर चाहें तो इसे uninagri मे आराम से लिख सकते हैं,। जैसे---------- श्रृंगार
- रवि जी! हिन्दी-दिवस की पूर्व सन्ध्या पर आपने अच्छा तोहफा दिया है। आभार!
- लेकिन आप इसे बाराह में लिख सकते हैं - श्रृंगार, श्रृंगिका आदि..
- बहुत सुन्दर भैया । अच्छी जानकारी के लिये आभार ।
- श्रृंखला श्रृंगार श्रृंखला श्रृद्धांजलि श्रृंगिका जैसे शब्द बड़े आराम से, मंगल फोंट में, लिखे जा सकते हैं देखिए यह पोस्ट किसी विकल्प की बजाए अपने ध्येय को पाना, एक विजय है। चाहे वह किसी भाषा के एक अक्षर को लिखा जाना ही क्यों ना हो। बी एस पाबला
- उचित निदेश है, लेकिन 'विजिट' यह सुविधा नहीं देता ! --आ.
- मित्र रवि जी, मैं पाबला जी से सहमत हूं। श्रृंखला श्रृंगार -----ऐसे ही अन्य बहुत से शब्दों को हिन्दी राइटर की सहायता से आप मंगल फ़ाण्ट में लिख सकते हैं।बस आपको अपने कम्प्युटर में हिन्दी राइटर इन्स्टाल करना होगा।तथा उसके की बोर्ड मैप को समझना होगा। शुभकामनाओं के साथ। हेमन्त कुमार
- हिन्दी के सरलीकरण का एक और अच्छा प्रयास .. पर मुझे तो आजतक कोई दिक्कत नहीं आयी है .. श्रृं को टाइप करने में .. ब्लाग जगत में आज हिन्दी के प्रति सबो की जागरूकता को देखकर अच्छा लग रहा है .. हिन्दी दिवस की बधाई और शुभकामनाएं !!
- बस जी , असल बात यह है कि संवाद हो जाए चाहे जो हो . 'शृ'हो या 'श्रृ' . वैसे मुझे 'श्रृ' लिखने में कोई दिक्कत नहीं है ! * मेरी ड्रूष्टि में होना तो 'श्रृ' ही चाहिए ! बाकी आपकी पसन्द !
- मेरी दृष्टि में "श्रृ" अशुद्ध है।
- मुझे बहुत खेद के साथ कहना पड़ रहा है कि सम्मानित मित्रों ने संबंधित संयुक्ताक्षर से युक्त जितनी भी वर्तनियाँ यहाँ अपनी टिप्पणियों में टंकित की हैं, वे सभी अशुद्ध हैं!
- श्रृद्धांजलि टंकित करने में तो आदरणीय पावला जी द्वारा दोहरी ग़लती की गई है! सही वर्तनी है - श्रद्धांजलि!
- ravi va roopchandr shaatreeji ne thhek kahaa hai yah---shr(i)ngar hai naki shr(a)ngar---do baar 'r' bhee naheen aanaa chaahiye. ---parantu 'shriddhaanjali bhee isee tarah likhee jaatee hai. --- abhee mera hindee font kaam naheen kar rahaa.-----
- यह अलग जगाए रखें। -Zakir Ali ‘Rajnish’ { Secretary-TSALIIM & SBAI }
- रजनीश भाई, यह "अलख" जगाए रखने के लिए आप सबका योगदान भी बहुत आवश्यक है! मैं अकेला कुछ तो कर सकता हूँ, पर बहुत कुछ नहीं!
- साथियो! अब तो मुझे ऐसा प्रतीत होने लगा है कि अंतरजाल पर मुश्किल से ही नहीं, यह सयुंक्ताक्षर दिखाई ही नहीं देता है। क्योंकि इसे टंकित करने की सुविधा ही पूरे अंतरजाल पर उपस्थित नहीं है!
- तकनीकी हिंदी गूगल समूह से साभार माननीय अजित वडनेरकर का कथन - "shringar के संदर्भ में श्रृंगार लिखने की बजाय शृंगार लिखना ज्यादा सही है। हालांकि यह भी उचित नहीं है। सही तो यह Sh_ri.jpg है। पर हिन्दी कम्प्युटिंग में यह वर्ण ही नहीं मिलता।" Sh_ri.jpg (यहाँ इस पोस्ट में लगे फ़ोटो-जैसा नन्हा फ़ोटो लगाया गया है, जो यह साबित करता है कि वास्तव में इसे यूनिकोड में टंकित करना असंभव है)
- तकनीकी हिंदी गूगल समूह से साभार माननीय नारायण प्रसाद का कथन - "दोनों ( "श्रृंगार" व "शृंगार" ) के बीच कोई तुलना नहीं है । "श्रृंगार" बिलकुल अशुद्ध है, जबकि "शृंगार" या "शृङ्गार" शुद्ध । यह बात अलग है कि "शृ" को तीन तरह से लिखा जा सकता है परन्तु अभी पीसी मॉनीटर पर टेक्स्ट रूप में एक ही दिखता है ।
- दिलचस्प जानकारियाँ फिर आने लगीं आभार बी एस पाबला
- पावला जी! कृपया बताइए - इस बारे में अब आपकी क्या राय है?
- बहुत सुन्दर चर्चा । आज बहुत अच्छी जानकारी मिली शृंगार से सम्बन्धित । आभार ।
- श्रृ अरे मेने लिख लिया, यानि यह इतना कठीन नही, बाकी मेरे दिमाग मे जो शव्दो के चित्र बचपन से बने है मै लिखते समय उन्हे याद कर लेता हुं, ओर कोई टोक दे तो फ़िर सही करने की कोशिश करता हुं, लेकिन आप की हिन्दी के सामने मै क्या बोलू ? आप का धन्यवाद जो आप ने इतनी सुंदर बात बताई
- "श्रृ अरे मेने लिख लिया" क्षमा चाहूँगा, भाटिया जी! आपने लिख तो लिया, पर लिखा ग़लत ही है, वैसे ही, जैसे - अन्य लोगों ने ग़लत लिखा है!
- शृ ओर अब
- शृ - जी हाँ, भाटिया जी! फिलहाल तो यही एक सही विकल्प है! सौभाग्य से आप आए! आभार!
- विद्वान टिप्पणीकार बन्धुओं! यूनिकोड या मंगल फॉन्ट में जैसा कि रवि जी ने एक चित्र में शृ के मूल अक्षर की आकृति दिखाई है, वह सम्भव नही है। काम-चलाऊ सरकार से सभी लोग अपना काम चला रहे हैं। इसीलिए अपनी बात सिद्ध करने के लिए पोस्ट के शुरू में दिखाए गये चित्र को अपने गज़ से मापने में लगे हैं। मैं अपनी बात पर दृढ़ हूँ कि यूनिकोड में "शृ" लिखने का कोई विकल्प ही नही है। "श्र" या "श्रृ" से काम चलाना त्रुटिपूर्ण है। मेरी दृष्टि में "शृ" लिखना ही शुद्ध होगा।
- तकनीकी हिंदी गूगल समूह से साभार श्री हरिराम जी का कथन - "शृ लिखना ही तकनीकी दृष्टि से सरल है। यही होना चाहिए।"
- ओह ! आज समझ में बात आयी .. यानि अबतक सभी गलत थे !!
- तकनीकी दृष्टि स सरल होने स उसे व्यवहारिक रूप में अपनाना एक पृथक बात है और सही होना पृथक |
नेट के महासागर मे से आपने पोस्ट खोज कर निकाल ही ली!
बहुत-बहुत शुभकामनाएँ!
बढिया है, लगे रहें।
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विश्व का सबसे शक्तिशली सुपर कम्प्यूटर।
2009 के ब्लागर्स सम्मान हेतु ऑनलाइन नामांकन चालू है।
आप अपनी सारी पोस्टे वापिस ला सकते है, केसे ? इस बारे आप को ब्लांग मै ही जानकारी मिल जायेगी
आज अचानक मेरे मन में
यह जानने की इच्छा हुई
कि कितने लोग इण्टरनेट पर
"शृंगार" की सही वर्तनी का
प्रयोग कर रहे हैं और कहाँ-कहाँ।
तब मैंने इसे दो तरह से सर्च करके देखा।
इमेज सर्च में 707
और वेब सर्च में 26000
परिणाम प्राप्त हुए।
यह तो आपने बहुत महत्त्वपूर्ण जानकारी दी है
"हिंदी का शृंगार" के लिए!
मैं पूरे विश्वास के साथ
कह सकता हूँ कि
इन परिणामों में निरंतर वृद्धि ही होगी!
Apka karya sarahneeya hai... Aapka bahut bahut aabhar...