Blogger द्वारा संचालित.

फ़ॉलोअर

मेरी ब्लॉग सूची

18 जुलाई 2010 से प्रत्येक पोस्ट में उठाई गई समस्या के समाधान से संबंधित पोस्ट भी प्रकाशित की जाएगी! पहले पूर्व प्रकाशित समस्याओं का समाधान प्रस्तुत किया जाएगा! फिर एक सप्ताह के भीतर ही समस्या और उसके समाधान संबंधी पोस्ट प्रकाशित करने की योजना है! अपरिहार्य कारणवश ऐसा नहीं हो पा रहा है!

बहुत ख़ूब ... ... .



हैं बहुत से, जो नहीं लिखते बहुत सुंदर!
बहुत बढ़िया भी बहुत से हैं नहीं लिखते!
टिप्पणी में तो अलग से ही दिखाई दे - बहुत ख़ूब
जी, हाँ -  बहुत ख़ूब!
क्या आप इसका मतलब जानते हैं?
 नहीं पता! कोई बात नहीं!
 नीचे लिखे हुए
 तीन शब्दों के अर्थ तो आप बता ही सकते हैं - 

1. बहुत            2. बढ़िया             3. ख़ूब 

Mithilesh dubey  – (9 मई 2010 को 12:09 pm बजे)  

आपको मातृ दिवस की बहुत-बहुत बधाई ।

संगीता स्वरुप ( गीत )  – (9 मई 2010 को 12:29 pm बजे)  

:) :)

बहुत खूब....दाद देने का ही एक अंदाज़ है....हर शब्द के अर्थ ज्ञात होते हुए भी कह दिए जाते हैं....

ध्यान दिलाने का शुक्रिया...

राज भाटिय़ा  – (9 मई 2010 को 3:08 pm बजे)  

क्या बात है जी वल्ले वल्ले

माधव( Madhav)  – (11 मई 2010 को 1:01 pm बजे)  

अच्छा टोपिक पकड़ा है आपने , हम सब ये यु ही लिख देते है "बहुत खूब ". इसका मतलब क्या होगा किसी ने सोचा ही नहीं .शायद "खूब" एक पर्सियन शब्द है जो मुझे लगता है की यह fugaritive use प्रयोग होता है .वैसे मै आपके सवाल का जबाब तो दे ही सकता हूँ
बहुत मतलब जयादा यानी
बढ़िया मतलब अच्छा यानी
खूब मतलब अच्छा

माधव( Madhav)  – (11 मई 2010 को 1:02 pm बजे)  

अच्छा टोपिक पकड़ा है आपने , हम सब ये यु ही लिख देते है "बहुत खूब ". इसका मतलब क्या होगा किसी ने सोचा ही नहीं .शायद "खूब" एक पर्सियन शब्द है जो मुझे लगता है की यह fugaritive use प्रयोग होता है .वैसे मै आपके सवाल का जबाब तो दे ही सकता हूँ
बहुत मतलब जयादा यानी
बढ़िया मतलब अच्छा यानी
खूब मतलब अच्छा

madhav Rai
s/o Mrityunjay Kumar Rai

Padm Singh  – (6 जुलाई 2010 को 9:19 pm बजे)  

बहुत खूब ! क्या टोपिक पकड़ा है :)

बहुत और खूब दोनों समानार्थी शब्द हैं ... इस लिए बहुत खूब लिखना त्रुटि पूर्ण है

Padm Singh  – (6 जुलाई 2010 को 9:20 pm बजे)  

या कहीं बहुत खूब का मतलब बहुत खूब सूरत तो नहीं ?

एक टिप्पणी भेजें

सभी साथियों से अनुरोध है कि यदि आपकी मातृभाषा हिंदी है,
तो यहाँ अपनी टिप्पणी भी हिंदी (देवनागरी लिपि)
में ही प्रकाशित करने की कृपा कीजिए!
टिप्पणी पोस्ट करने से पहले
ई-मेल के द्वारा सदस्यता ले लिया कीजिए,
ताकि आपकी टिप्पणी प्रकाशित होने के बाद में
यहाँ होनेवाली चर्चा का पता भी आपको चलता रहे
और आप बराबर चर्चा में शामिल रह सकें!

Related Posts with Thumbnails

"हिंदी का शृंगार" पर प्रकाशित रचनाएँ ई-मेल द्वारा पढ़ने के लिए

नीचे बने आयत में अपना ई-मेल पता भरकर

Subscribe पर क्लिक् कीजिए

प्रेषक : FeedBurner

नवगीत की पाठशाला पर पढ़िए मेरे ताज़ा नवगीत : बौराए हैं बाज फिरंगी और कर पाएँगे नहीं नाज़

-----------------------------------------------------------------------------------------------------------------------

सप्तरंगी प्रेम पर पढ़िए मेरे ताज़ा नवगीत : मेरा हृदय अलंकृत और ओ, मेरे मनमीत!

मेरी रचनाओं का शृंगार : रावेंद्रकुमार रवि

सृजनगाथा में प्रकाशित रावेंद्रकुमार रवि की लघुकथाएँ

१. भविष्य दर्शन

२. शेर और सियार

३. तोते ४. लेकिन इस बार

५. आदर्श

  © Blogger template Shush by Ourblogtemplates.com 2009

Back to TOP