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18 जुलाई 2010 से प्रत्येक पोस्ट में उठाई गई समस्या के समाधान से संबंधित पोस्ट भी प्रकाशित की जाएगी! पहले पूर्व प्रकाशित समस्याओं का समाधान प्रस्तुत किया जाएगा! फिर एक सप्ताह के भीतर ही समस्या और उसके समाधान संबंधी पोस्ट प्रकाशित करने की योजना है! अपरिहार्य कारणवश ऐसा नहीं हो पा रहा है!

उज्जवल भविष्य की कामना


सबसे अधिक महत्व इस बात का है कि

तुमने यह सफलता अपने दम पर प्राप्त की!

मैं तुम्हारे उज्जवल भविष्य की कामना करता हूँ!

उक्त दो वाक्यों को पढ़कर मेरे संज्ञान में तो अभी तक दो ही अशुद्ध वर्तनियाँ आई हैं!

देखिए, आपके अनुसार कितनी वर्तनियाँ ठीक नहीं हैं!

Jandunia  – (13 जुलाई 2010 को 11:47 pm बजे)  

हम भी उज्जवल भविष्य की कामना करते हैं

संगीता स्वरुप ( गीत )  – (14 जुलाई 2010 को 12:13 am बजे)  

महत्त्व , उज्ज्वल...यही दो दिख रही हैं

रावेंद्रकुमार रवि  – (14 जुलाई 2010 को 5:36 pm बजे)  

बज़ से (Buzz) पद‍्म सिंह Padm Singh –

सबसे= सब से
उज्जवल =उज्वल
की=किया
तुमने=तुम ने

क्या मै ठीक हूँ ...?? 13 Jul 2010

रावेंद्रकुमार रवि  – (14 जुलाई 2010 को 5:38 pm बजे)  

बज़ (Buzz) से प्रवीण त्रिवेदी ╬ PRAVEEN TRIVEDI –

उज्जवल=उज्ज्वल 13 Jul 2010

रावेंद्रकुमार रवि  – (14 जुलाई 2010 को 5:47 pm बजे)  

मेल से नीलम मिश्रा का संदेश (लिप्यांतरण के साथ) -

अब हम टीचर नहीं हैं ........
ab hum teacher nahi hain ........
इसलिए दिमाग में शुद्ध और अशुद्ध
isliye dimaag me shudh aur ashudh
वर्तनियाँ नहीं आतीं।
vartaniyan nahin aati.

रावेंद्रकुमार रवि  – (14 जुलाई 2010 को 9:41 pm बजे)  

बज़ (Buzz) से indu puri goswami (इंदु पुरी गोस्वामी) की
एक महत्त्वपूर्ण टिप्पणी –

जब मैंने आर.पी.एस.सी.का कम्पीटिशन स्कूल व्याख्याता के लिए फाईट किया था तब इंटरव्यू में मुझ से यही शब्द उज्ज्वल लिखवाया गया था.चुकी इंटरव्यू लेने वाले महोदय ने इसका उच्चारण गलत किया था तो मैंने दोनों तरह से रोल-अप बोर्ड पर लिख दिया. उनके पूछने पर मैंने बताया 'ये' जो आपने बोला,'ये' जो मुझे मालूम है.
ही हा
बस एक प्रश्न का उत्तर ना तब आया ना आज तक कही मिला.
उन्होंने पूछा था -'पुरानी हिंदी' के लेखक कौन है?'
मैंने कई हिंदी के विद्वानों से पूछा पर आज तक जवाब नही मिला. 14 Jul 2010

रावेंद्रकुमार रवि  – (2 अगस्त 2010 को 10:20 pm बजे)  

मेल से प्राप्त संदेश --

सही कहा आपने, दो ही अशुद्ध हैं -
उज्जवल नही "उज्ज्वल" एवं हूँ नही " हूं " होना
मेरे विचार से ठीक है.

राज नारायण

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